॥ श्री ज्ञानदेवाची आरती ॥

आरती ज्ञानराजा | महाकैवल्यतेजा |

सेविती साधुसंत | मनु वेधला माझा |

आरती ज्ञानराजा ||धृ०||

लोपलें ज्ञान जगीं | हित नेणती कोणी |

अवतार पांडुरंग | नाम ठेविलें ज्ञानी || १ ||

कनकाचे ताट करीं | उभ्या गोपिका नारी |

नारद तुंबरही | साम गायन करी || २ ||

प्रगट गुह्य बोले | विश्व ब्रह्याचे केलें |

रामा जनार्दनी | पायीं मस्तक ठेविलें || ३ ||